नई दिल्ली: स्वच्छता को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में चलाए जा रहे स्वच्छ भारत मिशन ने एक नई दिशा पकड़ी है। 2024 में इस अभियान के तहत शहरी क्षेत्रों में स्वच्छता और कचरा प्रबंधन को और भी प्रभावी बनाने के लिए कई नई पहलें शुरू की गई हैं। इन नई पहलों का उद्देश्य न केवल शहरों को साफ-सुथरा बनाना है, बल्कि उन्हें हरा-भरा और स्वच्छ वातावरण प्रदान करना भी है।
शहरी स्वच्छता में नई पहलें:
2024 में, स्वच्छ भारत मिशन के तहत शहरी स्वच्छता के लिए कुछ महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं। इनमें से कुछ प्रमुख पहलें इस प्रकार हैं:
1. स्मार्ट कचरा संग्रहण प्रणाली:
सरकार ने स्मार्ट कचरा संग्रहण प्रणाली की शुरुआत की है, जो शहरों में कचरे को कुशलता से एकत्र करने और प्रबंधित करने के लिए डिज़ाइन की गई है। इस प्रणाली के तहत:
- कचरा संग्रहण वाहन GPS से लैस होंगे, जिससे कचरा संग्रहण की ट्रैकिंग और निगरानी आसान होगी।
- कचरा संग्रहण का समय और मार्ग पहले से तय किए जाएंगे ताकि किसी भी क्षेत्र में कचरा इकट्ठा न हो।
2. स्वच्छता ऐप्स और डिजिटल प्लेटफॉर्म:
शहरी स्वच्छता के लिए डिजिटल टेक्नोलॉजी का उपयोग बढ़ा दिया गया है। सरकार ने स्वच्छता से संबंधित ऐप्स और डिजिटल प्लेटफॉर्म लॉन्च किए हैं:
- नागरिक अब सीधे अपने स्मार्टफ़ोन से गंदगी की शिकायत कर सकते हैं।
- नगरपालिका कर्मचारियों को रियल-टाइम डेटा प्राप्त होगा, जिससे वे त्वरित कार्यवाही कर सकेंगे।
3. कचरा पृथक्करण और पुनर्चक्रण:
शहरों में कचरा पृथक्करण (waste segregation) को अनिवार्य कर दिया गया है। हर घर और व्यवसाय को अब कचरे को सूखे और गीले कचरे में अलग करना होगा। इसके अलावा:
- पुनर्चक्रण (recycling) को बढ़ावा देने के लिए विशेष केंद्र स्थापित किए गए हैं।
- प्लास्टिक कचरे को पुनर्चक्रण कर निर्माण सामग्री जैसे कि सड़क बनाने के लिए उपयोग किया जाएगा।
कचरा प्रबंधन में सुधार:
स्वच्छ भारत मिशन 2024 के तहत कचरा प्रबंधन में सुधार के लिए विशेष ध्यान दिया गया है। इसमें निम्नलिखित पहलें शामिल हैं:
1. जैविक कचरे का प्रबंधन:
जैविक कचरे (organic waste) के लिए कम्पोस्टिंग इकाइयों की स्थापना की गई है। इन इकाइयों में:
- घरेलू और बाजार से प्राप्त जैविक कचरे को खाद (compost) में परिवर्तित किया जाएगा।
- इस खाद का उपयोग शहरी बागवानी और कृषि में किया जाएगा।
2. प्लास्टिक मुक्त शहर:
स्वच्छ भारत मिशन 2024 के अंतर्गत प्लास्टिक कचरे को कम करने के लिए एक प्लास्टिक मुक्त शहर पहल शुरू की गई है। इस पहल के तहत:
- सिंगल-यूज़ प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगाया गया है।
- प्लास्टिक उत्पादों के पुनर्चक्रण को प्रोत्साहित किया जा रहा है, जिससे प्लास्टिक कचरे की मात्रा को न्यूनतम किया जा सके।
शहरी स्वच्छता के लिए नागरिकों की भूमिका:
सरकार की ये पहलें तभी सफल हो सकती हैं जब नागरिक स्वयं इसमें भाग लें। शहरी स्वच्छता को बनाए रखने के लिए:
- हर व्यक्ति को अपने आसपास की स्वच्छता का ध्यान रखना होगा।
- कचरे को उचित तरीके से अलग करें और उसे निर्धारित स्थान पर ही फेंकें।
- सामुदायिक सफाई अभियानों में भाग लें और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करें।
निष्कर्ष:
स्वच्छ भारत मिशन 2024 के तहत शहरी स्वच्छता और कचरा प्रबंधन के लिए उठाए गए ये कदम देश को स्वच्छ और स्वस्थ बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। इन पहलों के माध्यम से न केवल हमारे शहर स्वच्छ होंगे, बल्कि यह पहल पर्यावरण संरक्षण में भी योगदान देगी।
आप भी इन प्रयासों का हिस्सा बनें और अपने शहर को स्वच्छ, सुंदर और हरा-भरा बनाने में मदद करें। यह केवल सरकार का नहीं, बल्कि हम सभी का कर्तव्य है कि हम एक स्वच्छ और स्वस्थ भारत की दिशा में काम करें।